जो लोग पोर्टेबल, कनेक्टेड, लार्ज डिस्प्ले डिवाइस चाहते हैं, उनके लिए
टैबलेट बेस्ट चॉइस है। जब भी आप कोई टैबलेट खरीदने का फैसला करते हैं, तो सबसे पहले आपके दिमाग में यह बात आती है कि ऐपल आईपैड लेना बेहतर होगा या फिर एंड्रॉयड टैबलेट। दोनों के अपने नफा-नुकसान हैं। इसलिए फैसला करने से पहले उनके फीचर्स की तुलना जरूर करें।
हार्डवेयर
हार्डवेयर के मामले में दोनों के बीच कांटे की टक्कर है। अगर बजट की चिंता नहीं है, तो फास्टर प्रोसेसर्स वाला एंड्रॉयड लेना बेहतर है। इसमें ज्यादा पावरफुल कैमरा और आसानी से एक्सपैंड की जाने वाली मेमोरी होती है। हालांकि, एंड्रॉयड के मुकाबले आईपैड की जो बात सबसे बेहतर है, वह उसका डिस्प्ले। हमारी पसंद: तेज प्रोसेसर्स और हाई मेगापिक्सल वाला कैमरा चाहते हैं तो एंड्रॉयड बेहतर है, लेकिन बेहतरीन डिस्प्ले चाहिए तो आईपैड लीजिए।
सॉफ्टवेयर एंड ऐप्स
आईपैड की सबसे जबर्दस्त खासियत इसका सॉफ्टवेयर और बड़ी ऐप्स रिपॉजिटरी है। आईट्यून ऐप्स स्टोर में वे सारे ऐप्लिकेशन मिल जाएंगे, जो आप चाहते हैं। वर्ड प्रोसेसिंग और ब्लड प्रेशर चेक करने से लेकर हार्डकोर गेमिंग और वीडियो एडिटिंग भी। इन मामलों में एंड्रॉयड भी तेजी से सुधार कर रहा है, लेकिन अभी भी वह काफी पीछे है। हालांकि, इसमें अडोबी फ्लैश होने की वजह से यह बेहतरीन वेब ब्राउजिंग की सुविधा देता है, जिसकी कमी ऐपल में खटकती है।
हमारी पसंद: आईपैड
आसान इस्तेमाल और परफॉर्मेंस
एंड्रॉयड टैबलेट और आईपैड दोनों इस्तेमाल करने में आसान हैं। हालांकि, दोनों को जो चीज अलग करती है, वह है ऐपल का कंसिस्टेंस इंटरफेस। वहीं, दूसरी तरफ एंड्रॉयड इस सॉफ्टवेयर के अलग-अलग वर्जन पर चलता है। आईपैड में इंटरफेस के लिए सिंगल बटन है, जिससे इसे आसानी से हैंडल किया जा सकता है। अगर आप हार्डवेयर के पैमाने पर देखें तो एंड्रॉयड इस मामले में आगे है। बाजार में कई एंड्रॉयड टैबलेट हैं, इसलिए इस पैमाने पर इसे नापना मुश्किल है। कई एंड्रॉयड टैबलेट ठीक चलते हैं, कई नहीं चलते। एकबार फिर यहां ऐपल ने अपने स्टैंडर्डाइज्ड हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कॉम्बिनेशन की वजह से बाजी मार ली है।
हमारी पसंद: आईपैड
वैल्यू फॉर मनी
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको वह खरीदना चाहिए, जिसकी आपको जरूरत हो। जिनका बजट कम हो, उन्हें एंड्रॉयड पर फोकस करना चाहिए। इसके टैबलेट 6,500 रुपए तक में आ जाते हैं, जैसे माइक्रोमैक्स का फनबुक। वहीं, सबसे सस्ता आईपैड 24,500 रुपए का है। अगर बात कीमत की है तो इसमें एंड्रॉयड टैबलेट के खिलाफ कुछ नहीं कहा जा सकता है।
हमारी पसंद: एंड्रॉयड टैबलेट
दोनों के नफा-नुकसान आप जान चुके हैं। प्रदर्शन के मामले में आईपैड का जवाब नहीं है और इसके पास ऐप्लिकेशंस की कोई कमी नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ एंड्रॉयड टैबलेट्स शानदार ब्राउजिंग, सोशल नेटवर्किंग के साथ आता है और इसे कम बजट में भी खरीद सकते हैं। आखिरी चॉइस इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या चाहते हैं और उसके लिए कितना खर्च करना चाहते हैं।
हार्डवेयर
हार्डवेयर के मामले में दोनों के बीच कांटे की टक्कर है। अगर बजट की चिंता नहीं है, तो फास्टर प्रोसेसर्स वाला एंड्रॉयड लेना बेहतर है। इसमें ज्यादा पावरफुल कैमरा और आसानी से एक्सपैंड की जाने वाली मेमोरी होती है। हालांकि, एंड्रॉयड के मुकाबले आईपैड की जो बात सबसे बेहतर है, वह उसका डिस्प्ले। हमारी पसंद: तेज प्रोसेसर्स और हाई मेगापिक्सल वाला कैमरा चाहते हैं तो एंड्रॉयड बेहतर है, लेकिन बेहतरीन डिस्प्ले चाहिए तो आईपैड लीजिए।
सॉफ्टवेयर एंड ऐप्स
आईपैड की सबसे जबर्दस्त खासियत इसका सॉफ्टवेयर और बड़ी ऐप्स रिपॉजिटरी है। आईट्यून ऐप्स स्टोर में वे सारे ऐप्लिकेशन मिल जाएंगे, जो आप चाहते हैं। वर्ड प्रोसेसिंग और ब्लड प्रेशर चेक करने से लेकर हार्डकोर गेमिंग और वीडियो एडिटिंग भी। इन मामलों में एंड्रॉयड भी तेजी से सुधार कर रहा है, लेकिन अभी भी वह काफी पीछे है। हालांकि, इसमें अडोबी फ्लैश होने की वजह से यह बेहतरीन वेब ब्राउजिंग की सुविधा देता है, जिसकी कमी ऐपल में खटकती है।
हमारी पसंद: आईपैड
आसान इस्तेमाल और परफॉर्मेंस
एंड्रॉयड टैबलेट और आईपैड दोनों इस्तेमाल करने में आसान हैं। हालांकि, दोनों को जो चीज अलग करती है, वह है ऐपल का कंसिस्टेंस इंटरफेस। वहीं, दूसरी तरफ एंड्रॉयड इस सॉफ्टवेयर के अलग-अलग वर्जन पर चलता है। आईपैड में इंटरफेस के लिए सिंगल बटन है, जिससे इसे आसानी से हैंडल किया जा सकता है। अगर आप हार्डवेयर के पैमाने पर देखें तो एंड्रॉयड इस मामले में आगे है। बाजार में कई एंड्रॉयड टैबलेट हैं, इसलिए इस पैमाने पर इसे नापना मुश्किल है। कई एंड्रॉयड टैबलेट ठीक चलते हैं, कई नहीं चलते। एकबार फिर यहां ऐपल ने अपने स्टैंडर्डाइज्ड हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कॉम्बिनेशन की वजह से बाजी मार ली है।
हमारी पसंद: आईपैड
वैल्यू फॉर मनी
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको वह खरीदना चाहिए, जिसकी आपको जरूरत हो। जिनका बजट कम हो, उन्हें एंड्रॉयड पर फोकस करना चाहिए। इसके टैबलेट 6,500 रुपए तक में आ जाते हैं, जैसे माइक्रोमैक्स का फनबुक। वहीं, सबसे सस्ता आईपैड 24,500 रुपए का है। अगर बात कीमत की है तो इसमें एंड्रॉयड टैबलेट के खिलाफ कुछ नहीं कहा जा सकता है।
हमारी पसंद: एंड्रॉयड टैबलेट
दोनों के नफा-नुकसान आप जान चुके हैं। प्रदर्शन के मामले में आईपैड का जवाब नहीं है और इसके पास ऐप्लिकेशंस की कोई कमी नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ एंड्रॉयड टैबलेट्स शानदार ब्राउजिंग, सोशल नेटवर्किंग के साथ आता है और इसे कम बजट में भी खरीद सकते हैं। आखिरी चॉइस इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या चाहते हैं और उसके लिए कितना खर्च करना चाहते हैं।






0 comments:
Post a Comment