कई कंपनियां मंदी से निपटने के लिए वेतन में कटौती कर रही हैं, ऐसे में पाई-पाई की अहमियत बढ़ गई है। यह समय रीटेल चेन, क्रेडिट कार्ड कंपनियों और बैंकों के लॉयल्टी प्रोग्राम से फायदा उठाने के लिए बहुत अच्छा है। अगर इन स्कीम का समझदारी से इस्तेमाल किया जाए तो ये न केवल आपकी जेब पर बोझ कुछ कम कर सकती हैं बल्कि इनसे आपको कुछ तोहफे भी मिल सकते हैं। लेकिन इनसे फायदा उठाने के लिए आपको योजना बनाकर चलना पड़ेगा।
शुरुआत में आपको अपने खर्च पर मिले रिवॉर्ड प्वाइंट के मूल्य की तुलना करनी चाहिए। इसके लिए आपको वह राशि देखनी चाहिए जिसे खर्च करने पर आपको अंक मिले हैं। आपको ऐसा प्रोग्राम चुनना चाहिए, जिसमें रिवॉर्ड प्वाइंट मिलने की संभावना अधिक हो।
आइए ऐसे फैसले लेने में हम आपकी मदद करें
रिवॉर्ड प्वाइंट के मायने
निश्चित संख्या में रिवॉर्ड प्वाइंट हासिल करने के बाद आप इन्हें भुनाकर उपहार या छूट जैसे फायदे ले सकते हैं। अगर कोई क्रेडिट कार्ड कंपनी प्रति 100 रुपए के खर्च पर एक प्वाइंट की पेशकश कर रही है और इसमें इन अंकों के 2,000 तक पहुंचने पर ही भुनाने की सुविधा है तो यह उस कार्ड से बेहतर रहेगा जिस पर प्रत्येक 100 रुपए के खर्च पर दो अंकों की पेशकश की जा रही है और भुनाने की सीमा 20,000 अंक पहुंचने पर ही शुरू होती है। बेहतर लॉयल्टी प्रोग्राम पाने के लिए आपको अधिक लिमिट वाला क्रार्ड लेना पड़ सकता है। लेकिन भारत में रिवार्ड प्वाइंट को लेकर अभी जागरूकता काफी कम है और बहुत कम ग्राहक की अपने अंकों को भुनाते हैं। एचडीएफसी बैंक के पराग राव का कहना है, 'भारत में रिवॉर्ड अंक भुनाने की औसत दर 10-25 फीसदी के बीच है। देश में इस बारे में अभी जानकारी का स्तर काफी कम है।' भारतीय बाजार में एचडीएफसी के 2.6 करोड़ क्रेडिट कार्ड मौजूद हैं।ज्यादातर रिवॉर्ड प्रोग्राम में अंकों को भुनाने के बहुत से विकल्प दिए जाते हैं। इनमें गारमेंट, होम अप्लायंसेज, कॉस्मेटिक्स, गिफ्ट वाउचर, एयरलाइंस माइल्स और चैरिटी संस्थाओं को दान शामिल हो सकते हैं। आपको ऐसा प्रोग्राम चुनना चाहिए जो आपकी जरूरतों के अनुसार भुनाने के अधिकतम अवसर देता हो। राव के अनुसार, 'आर्थिक मंदी के दौर में बड़े खर्च करने से बचना चाहिए। केवल वही चीजें खरीदनी चाहिए जो आपकी जरूरत की हों। क्रेडिट कार्ड पर तब तक महंगी वस्तुएं खरीदने से बचना चाहिए जब तक यह बहुत जरूरी न हो।' अगर आपके प्वाइंट एक्सपायर (भुनाने की सीमा समाप्त होना) हो जाते हैं तो पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इससे बचने के लिए ऐसा कार्यक्रम चुनना चाहिए जो एक्सपायर न होने वाले प्वाइंट की पेशकश करता हो।
बोनस प्वाइंट हासिल करें
कुछ प्रोग्राम में बोनस प्वाइंट की पेशकश की जाती है। इनमें आप समान खरीदारी के लिए दोगुने, तिगुने या दस गुणा तक प्वाइंट हासिल कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर एचडीएफसी बैंक आपके जन्मदिन के महीने में खरीदारी पर दोगुने प्वाइंट की पेशकश करता है। शॉपर्स स्टॉप की स्कीम भी कुछ ऐसी ही है। राव ने बताया, 'फर्स्ट सिटीजन मेंबरशिप प्रोग्राम में हम सभी आइटम पर वर्ष में दो दिन 15-20 फीसदी की सेल पेशकश करते हैं। हम उन लोगों के लिए भी विशेष एक्सचेंज स्कीम देते हैं जो हमारे लॉयल्टी प्रोग्राम के तहत अपैरल जैसे विशेष तरह के प्रोडक्ट ही खरीदते हैं।' आपको ऐसा प्रोग्राम चुनना चाहिए जिसमें रिवॉर्ड प्वाइंट भुनाने की प्रक्रिया आसान हो। कुछ लॉयल्टी प्रोग्राम में वेब के जरिए अंकों को भुनाने और होम डिलीवरी जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं। उदाहरण के लिए अमेरिकन एक्सप्रेस इलेक्ट्रिसिटी, टेलीफोन और बिजली के बिल जैसे भुगतान क्रेडिट कार्ड से करने पर आकर्षक रिवॉर्ड की पेशकश करता है।
शुरुआत में आपको अपने खर्च पर मिले रिवॉर्ड प्वाइंट के मूल्य की तुलना करनी चाहिए। इसके लिए आपको वह राशि देखनी चाहिए जिसे खर्च करने पर आपको अंक मिले हैं। आपको ऐसा प्रोग्राम चुनना चाहिए, जिसमें रिवॉर्ड प्वाइंट मिलने की संभावना अधिक हो।
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रिवॉर्ड प्वाइंट के मायने
बोनस प्वाइंट हासिल करें






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